अँधेरी रात का सूरज
काव्य कृति - राकेश खण्डेलवाल
पुस्तक जुलाई में इंदौर से प्रकाशित हो रही है..
आवरण डिजाइन करने का सौभाग्य हमें मिल गया है..
जिसके लिये अपनी एक कलाकृति चुनी है.
आप सभी से बाँट रहे हैं...आप के सुझावों का स्वागत है.
काव्य कृति - राकेश खण्डेलवाल
पुस्तक जुलाई में इंदौर से प्रकाशित हो रही है..
आवरण डिजाइन करने का सौभाग्य हमें मिल गया है..
जिसके लिये अपनी एक कलाकृति चुनी है.
आप सभी से बाँट रहे हैं...आप के सुझावों का स्वागत है.
9 comments:
Rakeshji badhai ho.
बेहतरीन बना है आवरण विज !!
- राकेश जी को और तुम्हेँ ढेरोँ बधाई -
स स्नेह,
-- लावण्या
वाह बहुत सुन कर खुशी हुई ..बढिया है ...बधाई हो
sateek hai avaran, main janna chahunga agar main bhi apni kririyan prakashit karwana chahun to mujhe kya karna hoga, agar aap is vishay par madad kar sakte hain to kripya reply zurur karen, 29.rakesh2gmail.com
विज भाई
आपकी कलाकॄतियों की श्रेष्ठता ने ही इस पुस्तक में निम्न लिखित पंक्तियां मेरी कलम से लिखवाईं हैं
"माँ शारदा की वीणा को रंगों की तूलिका में परिवर्तित करने वाले कुशल चितेरे श्री विजेन्द्र " विज ". का अनुग्रह मेरा प्रेरणा स्रोत रहा है."<
बहुत ही बेहतरीन-मजा आ गया. अब विज, हमारे लिए भी आप ही बनाओ. इतना बेहतरीन बनायेंगे तो किसी का भी मन ललच जायेगा. :) बहुत बधाई.
rakeshji ..bahut badhai
vij aavaran shaandaar hai ...
राकेश जी क बहुत बहुत बधाइयां. बड़ी खुशी की बात है ये तो. शुभकामनाएं.
Rakesh ji bhaut bhaut badhayi
Vij ji aapki kala bahut pasand aayi
bhaut bhaut sunder
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