Friday, January 02, 2009

नव वर्ष हर्ष नव जीवन उत्कर्ष नव



नव वर्ष
हर्ष नव
जीवन उत्कर्ष नव

नव उमंग
नव तरंग
जीवन का नव प्रसंग

नवल चाह
नवल राह
जीवन का नव प्रवाह

गीत नवल
प्रीति नवल
जीवन की रीति नवल
जीवन की नीति नवल
जीवन की जीत नवल

-हरिवंश राय बच्चन

3 comments:

सुशील छौक्कर said...

आपको नए साल की हार्दिक शुभकामनाएं।

Himanshu Pandey said...

’बच्चन’ जी की कविता पढ़वाने के लिये धन्यवाद.
नव वर्ष मंगलमय हो.

Anonymous said...

der se hi sahi naye saal ki dhero badhaiya...

kabhi fursat mein mere blog par tashrif layiye aur kuchh seekhne ka mauka dijiye...

mere blog ka link hai
http://merastitva.blogspot.com