Monday, August 25, 2008

उस्ताद की याद में



टाइटल : उस्ताद की याद में
24x24 इंच | डिजिटल आन पेपर
सन -२००८, अगस्त

7 comments:

मैथिली गुप्त said...

वाह ज़नाब विज साहब;
मेरी ख्वाहिश है कि इस का एक डिजिटल प्रिन्ट प्राप्त करने की!

डॉ दुर्गाप्रसाद अग्रवाल said...

बहुत उम्दा चित्र बनाया है आपने. लगता है जैसे अभी खान साहब अपनी शहनाई से अमृत वर्षा करने ही वाले हैं. बधाई.

लावण्यम्` ~ अन्तर्मन्` said...

Absolutely stunning Psinting Vij ~~
You r so creative !
warm rgds,
Lavanya

विजेंद्र एस विज said...

लावण्या जी, डॉ दुर्गाप्रसाद अग्रवाल जी , मैथिली जी॥ उस्ताद साहेब का चित्र आप सभी को पसंद आया
जिसके लिए बहुत बहुत शुक्रिया... मैथिली जी इस चित्र का डिजिटल प्रिंट आप निकाल सकते हैं..इसकी
क्वालिटी प्रिंट के लायक है॥
धन्यवाद के साथ ,

Ashok Chakradhar said...

विज की प्रतिभा मुझे सदा चमत्कृत करती है। वे अद्भुत चित्रकार हैं, कवि हैं, कम्प्यूटर के अंतर्लोक के ज्ञाता है। उस्ताद का चित्र देखकर विजेन्द्र जी से भी कहने का मन है—वाह उस्ताद! और भी चित्रों की कामना है डियर। लवस्कार! अशोक चक्रधर

Kumar Gaurav said...

सर द्वारा बस रंगो को छूने भर कि देर और फिर क्या तस्वीरे बोलने लगती है...

Smart Indian said...

अरे साहब यह तस्वीर तो बिल्कुल जीती जागती है - लगता है उस्ताद जी अभी बोल पड़ेंगे!
बहुत बहुत बधाई!