Monday, December 04, 2006

एकल काव्य पाठ - डा. अशोक चक्रधर

दोस्तो,
यह एक स्वर्णिम अवसर है कि आप डाक्टर अशोक चक्रधर की लुभावनी और् मनोहारी कविताएं जी भर कर सुन सकते हैं। ऐसा मौका चूकने का नहीं होता। अभी से इस कार्यक्रम में आने की मानसिकता बना लीजिए। मुझे उम्मीद है कि आठ दिसम्बर का यह काव्य-पाठ सुनक आप कम से कम आठ महीने तक तरोताज़ा रहेंगे। अपने साथ किसी को भी ला सकते हैं। बस इतना है कि अच्छी सीट पानी हो तो समय से पन्द्रह मिनट पहले आना होगा। आशा है कि उस दिन आप के दर्शन होंगे।
नोट: वैसे तो प्रवेश पाने में कोई असुविधा नहीं होगी पर फिर भी सुरक्षा की द्रष्टि से अगर इसका एक प्रिंट आउट निकाल लेंगे तो आपको सुकून रहेगा।


Dear Friends,
Here is a great opportunity for you to enjoy an entire evening of poetry by Dr. Ashok Chakradhar. Solo performances like this do not happen everyday, so make sure that you mark your calendars from now.
Reaching the venue 15 minutes before time is a good idea, since seating will be on first come first serve basis. Please pass the word around and help us make the night a grand success.

Hope to see you there.

Programme Details:
Ekal Kayapath: Ashok Chakradhar
Date: 8 December, 2006
Time: 5:30pm
Venue: FICCI Auditorium, Tansen Marg (Near Mandi House), New Delhi.
Organised by: Hindi Academy, Delhi

3 comments:

Anonymous said...

सूचना एंव निमन्त्रण के लिए धन्यवाद।

Kaul said...

अशोक चक्रधर जी का हस्ताक्षरित निमन्त्रण पत्र छापने के लिए धन्यवाद। अशोक जी ने उस पर "लवस्कार" शब्द का प्रयोग किया है। बढ़िया शब्द है, क्या यह उन के द्वारा प्रयुक्त विशेष या नया शब्द है, या कहीं और भी इस का प्रयोग हुआ है?

विजेंद्र एस विज said...

शुक्रिया रमन भाई...
"लवस्कार" शब्द का प्रयोग मैने हमेशा से
अशोक जी के ही मुख़ से सुनता आ रहा हूँ..
यह उनका प्रिय शब्द है शायद..सभी को वह
ऐसे ही सम्बोधित करते है.
धन्यवाद.